Uttarakhand Garhwali Lok Geet From Album Tille Dharu Bola Sung By Narinder Singh Negi,Anuradha Nirala, Music And Songs Written By Narinder Singh Negi, Music Arranger Pum Pum Soni, Directed By Anil bisht, Produced By Ramesh Ajmani
मेरा औण से हर्ष हो कै तो व्हेल्यो ,
मेरा औण से हर्ष हो के त व्हेल्यो ,
ना हो मेरा जाणा कु दुःख कै न हो.... दुःख कै न हो ...
मेरा...सुख मा हैंसणा कु न्यूतू सभु कू .....
मेरा दुःख मा रोणा कू हक कै न हो.... हक कै न हो ...
मेरा औण से हर्ष हो कै तो व्हेल्यो....
मुलूक हो परायु,
मुलूक हो परायु, खुद हो तुम्हारी..खुद हो तुम्हारी
मुलूक हो परायु, खुद हो तुम्हारी,खुद हो तुम्हारी
पीड़ा हो कि ज्वा आज तक सै न हो, आज तक सै न हो
पीड़ा हो कि ज्वा आज तक सै न हो, आज तक सै न हो
बडूल्यूं मा रैबार...
बडूल्यूं मा रैबार भेजी नि ऐनी..भेजी नि ऐनी,
बडूल्यूं मा रैबार भेजी नि ऐनी..भेजी नि ऐनी,
क्या सुपिन्यम भी आणा कु बकत रै न हो, बकत रै न हो
क्या सुपिन्यम भी आणा कु बकत रै न हो, बकत रै न हो
कख बड़ीनि खुटी वो, किले नि बौडी होली,किले नि बौडी होली,
कख बड़ीनि खुटी वो, किले नि बौडी होली..किले नि बौडी होली,
कखी सौतेला बाठों न भक्लै न हो, भक्लै न हो ..
कखी सौतेला बाठों न भक्लै न हो, भक्लै न हो ..
ज्वनि माटू, ह्वेगी ढून्गू व्हे पराण,
ज्वनि माटू, ह्वेगी ढून्गू व्हे पराण,ढून्गू व्हे पराण,
ज्वनि माटू,ह्वेगी ढून्गू व्हे पराण,ढून्गू व्हे पराण,
कभी सुख ऐ जालू त रगरै न हो रगरै न हो ..
मेरा औण से हर्ष हवे व्हेल्यो त कै,
ना हो मेरा जाणा कु दुःख कै न हो, दुःख कै न हो
मेरा सुख मा हैंसणा कु न्यूतू सभु कू
मेरा दुःख मा रोणा कू हक कै न हो, हक कै न हो...
हक कै न हो.हक कै न हो....
मेरा औण से हर्ष हो कै तो व्हेल्यो ,
मेरा औण से हर्ष हो के त व्हेल्यो ,
ना हो मेरा जाणा कु दुःख कै न हो.... दुःख कै न हो ...
मेरा...सुख मा हैंसणा कु न्यूतू सभु कू .....
मेरा दुःख मा रोणा कू हक कै न हो.... हक कै न हो ...
मेरा औण से हर्ष हो कै तो व्हेल्यो....
मुलूक हो परायु,
मुलूक हो परायु, खुद हो तुम्हारी..खुद हो तुम्हारी
मुलूक हो परायु, खुद हो तुम्हारी,खुद हो तुम्हारी
पीड़ा हो कि ज्वा आज तक सै न हो, आज तक सै न हो
पीड़ा हो कि ज्वा आज तक सै न हो, आज तक सै न हो
बडूल्यूं मा रैबार...
बडूल्यूं मा रैबार भेजी नि ऐनी..भेजी नि ऐनी,
बडूल्यूं मा रैबार भेजी नि ऐनी..भेजी नि ऐनी,
क्या सुपिन्यम भी आणा कु बकत रै न हो, बकत रै न हो
क्या सुपिन्यम भी आणा कु बकत रै न हो, बकत रै न हो
कख बड़ीनि खुटी वो, किले नि बौडी होली,किले नि बौडी होली,
कख बड़ीनि खुटी वो, किले नि बौडी होली..किले नि बौडी होली,
कखी सौतेला बाठों न भक्लै न हो, भक्लै न हो ..
कखी सौतेला बाठों न भक्लै न हो, भक्लै न हो ..
ज्वनि माटू, ह्वेगी ढून्गू व्हे पराण,
ज्वनि माटू, ह्वेगी ढून्गू व्हे पराण,ढून्गू व्हे पराण,
ज्वनि माटू,ह्वेगी ढून्गू व्हे पराण,ढून्गू व्हे पराण,
कभी सुख ऐ जालू त रगरै न हो रगरै न हो ..
मेरा औण से हर्ष हवे व्हेल्यो त कै,
ना हो मेरा जाणा कु दुःख कै न हो, दुःख कै न हो
मेरा सुख मा हैंसणा कु न्यूतू सभु कू
मेरा दुःख मा रोणा कू हक कै न हो, हक कै न हो...
हक कै न हो.हक कै न हो....
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